विश्वशास्त्र का आविष्कार किस प्रकार हुआ?
जिस प्रकार नदी में जल का सतत प्रवाह होता रहता है उसका उपयोग सिंचाईं में हो सकता है। परन्तु बाँध बनाकर जल का उपयोग करने से बिजली भी बनायी जा सकती है। उसी प्रकार मानव समाज में आॅकड़ो (डाटा) का सदैव प्रवाह हो रहा है उसे अपने मस्तिष्क में रोककर इकट्ठा करने से ही उसका विश्लेषण हो सकता है। जितने अधिक आॅकड़ों से विश्लेषण होगा परिणाम उतना ही सटीक होगा। यही बुद्धि है। कम्प्यूटर में भी यदि आॅकड़े कम होगें तो विश्लेषण भी कम ही प्राप्त किये जा सकते हैं। जितने बड़े क्षेत्र के लिए कार्य करना हो उतने बड़े क्षेत्र से सम्बन्धित आॅकड़े जुटाये जाते हैं। यही बुद्धि है। कोई भी कार्य सिर्फ एक कारण से नहीं होता। अधिक से अधिक कारणों को जानना, कर्म की सटीक व्याख्या है।
इसी को दूसरे रूप में ऐसे समझा जा सकता है कि कोई भी व्यक्ति जब मकान बनाने की तैयारी करता है तो सभी सामग्रीयों के आॅकड़े उसके सामने होते है, तब वह निर्माण कार्य प्रारम्भ करता है। अन्यथा उसका कार्य कभी भी रूक सकता है। सभी अवतार यदि आप सूक्ष्म रूप में देखें तो पायेंगे वे आॅकड़ों की शक्ति से ही धर्म स्थापना का कार्य किये।
समाज के ऐसे व्यक्ति जो यह जानना चाहते हैं कि यह आविष्कार किस प्रकार हुआ तो उनके लिए वर्तमान तक के सभी मत, विचार, महापुरूषों के जीवनवृत्त, विज्ञान, धर्म, व्यापार, समाज, राज्य, विश्व इत्यादि के सम्बन्ध में विश्व, भारत, अन्तर्राष्ट्रीय, समाज, परिवार व व्यक्ति स्तर पर बहुमुखी न्यूनतम मूल ज्ञान का आॅकड़ा होना अति आवश्यक होगा। यह ”विश्वशास्त्र“ सभी प्रश्नों का आध्यात्मिक, सामाजिक, राजनैतिक और प्रबन्धकीय आधार सहित व्याख्या करता है जो विश्व शान्ति, एकता, स्थिरता, विकास, सुरक्षा, प्रबन्ध इत्यादि का अन्तिम, विवशता व मानवतापूर्ण मार्ग है।
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How was VISHWSHASTRA invented?
Just as there is a continuous flow of water in the river, it can be used in irrigation. But electricity can also be made by using water by building dams. In the same way, data is always flowing in human society, it can be analyzed only by stopping and collecting it in your brain. The more data analyzed, the more accurate the results will be. This is wisdom. If the data in the computer is also less, then the analysis can also be obtained less. The data related to the large area is collected for the large area to be worked on. This is wisdom. No work is done for just one reason. Knowing more and more reasons is the precise interpretation of karma.
It can be understood in another way that when any person prepares to build a house, all the materials are in front of him, then he starts the construction work. Otherwise his work can stop anytime. If you look at all the avatars in subtle form, you will find that they have done the work of establishing religion only with the power of data.
For the people of the society who want to know how this invention took place, then for them all the views, ideas, biographies of great men, science, religion, business, society, state, world etc. in relation to the world, India, international , It will be very important to have a versatile minimum basic knowledge at the level of society, family and individuals. This "Vishwashastra" interprets all questions with spiritual, social, political and managerial basis which is the final, compulsion and humanitarian path of world peace, unity, stability, development, security, management etc.
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