एक ही “विश्वशास्त्र“ साहित्य के विभिन्न नाम और उसकी व्याख्या
धर्म क्षेत्र से नाम
01. कर्मवेद -02. शब्दवेद -
03. सत्यवेद -
04. सूक्ष्मवेद -
05. दृश्यवेद -
06. पूर्णवेद -
07. अघोरवेद -
08. विश्ववेद -
09. ऋृषिवेद -
10. मूलवेद -
11. शिववेद -
12. आत्मवेद -
13. अन्तवेद -
14. जनवेद -
15. स्ववेद -
16. लोकवेद -
17. कल्किवेद -
18. धर्मवेद -
19. व्यासवेद -
20. सार्वभौमवेद -
21. ईशवेद -
22. ध्यानवेद -
23. प्रेमवेद -
24. योगवेद -
25. स्वरवेद -
26. वाणीवेद -
27. ज्ञानवेद -
28. युगवेद -
29. स्वर्णयुगवेद -
30. समर्पणवेद -
31. उपासनावेद -
32. शववेद -
33. मैंवेद -
34. अहंवेद -
35. तमवेद -
36. सत्वेद -
37. रजवेद -
38. कालवेद -
39. कालावेद -
40. कालीवेद -
41. शक्तिवेद -
42. शून्यवेद -
43. यथार्थवेद -
44. कृष्णवेद सभी प्रथम, अन्तिम तथा पंचम वेद -
45. कर्मोपनिषद्-अन्तिम उपनिषद् -
46. कर्म वेदान्त -
47. धमयुक्त धर्म शास्त्र -
48. ईश्वर -
49. ईश्वर का संक्षिप्त इतिहास -
50. ईश्वर-शास्त्र -
51. पुनर्जन्म -
52. श्री लवकुश-पूर्ण प्रेरक अन्तिम कल्कि अवतार -
53. भोगेश्वर-योगेश्वर समाहित -
54. पूर्णदृश्य-मैं -
55. बहुरूप में एक -
56. ईश्वर का मष्तिष्क -
57. सत्य-शिव-सुन्दर -
58. विश्वभारत-सार्वजनिक प्रमाणित महाभारत -
68. विश्व-पुराण -
69. विश्व-धर्म-सर्वधर्म समाहित -
70. विश्व-कला-कृष्ण-कला समाहित -
71. विश्व-गुरू -
72. विश्व भक्ति -
73. सत्य-पुराण -
74. सत्य-धर्म -
75. सत्य-कला-कृष्ण-कला समाहित -
76. सत्य-गुरू -
77. सत्य भक्ति -
78. सत्यकाशी-पंचम, सप्तम और अन्तिम काशी -
79. द्वारिका-स्वर्णयुग का प्रवेश द्वार -
80. कृष्ण निर्माण योजना -
81. धारा और राधा -
82. शिवद्वार-शिवयुग का प्रवेश द्वार -
83. जीव का शिव में निर्माण -
84. सत्व-रज-तम: राम-कृष्ण-लवकुश -
85. लवकुश-सेतू या से तू -
86. भोग माया-योग माया समाहित -
87. मैं हूँ तैतीस करोड़ -
88. अर्धनारीश्वर -
89. काल-काली-काला -
90. सृष्टि-स्थिति-प्रलय और सृष्टि -
91. पशुपास्त्र-ब्रह्मास्त्र व नारायणास्त्र समाहित -
92. पुराण पुरूष-सर्वोच्च व अन्तिम -
93. पुराण-सर्वोच्च व अन्तिम -
94. धर्म-सर्वोच्च व अन्तिम -
95. आत्मा-सर्वोच्च व अन्तिम -
96. गुरू-सर्वोच्च व अन्तिम -
97. महायज्ञ-सर्वोच्च व अन्तिम -
98. तीसरा नेत्र -
धर्मनिरपेक्ष व सर्वधर्मसमभाव क्षेत्र से नाम
01. विकास-दर्शन -02. विनाष-दर्शन -
03. एकात्मकर्मवाद -
04. मष्तिष्क परावर्तक (ब्रेन टर्मिनेटर) -
05. धर्मनिरपेक्ष धर्म शास्त्र -
06. लोकतंत्र धर्म शास्त्र -
07. लोक-शास्त्र -
08. जन-शास्त्र -
09. स्व-शास्त्र -
10. लोक नायक शास्त्र -
11. यथार्थ-प्रकाश -
12. लोक/जन/स्व तंत्र -
13. एकात्म विज्ञान -
14. मानक विज्ञान -
15. पूर्ण ज्ञान -
16. कर्म ज्ञान -
17. जय ज्ञान-जय कर्म ज्ञान -
18. विश्व-उपासना -
19. विश्व-योग -
20. विश्व-मानक -
21. विश्व-राष्ट्र-जन एजेण्डा -
22. विश्व-ध्यान -
23. विश्व-समर्पण -
24. विश्व-लीला -
25. विश्व-आत्मा -
26. विश्व-समन्वयाचार्य -
27. विश्व-दर्पण -
28. विश्व-मन -
29. विश्व-शिक्षा -
30. विश्व-रूप -
31. विश्वमानव-विश्व-मन से युक्त -
32. विश्व-बुद्धि -
33. विश्व-चेतना -
34. विश्व-प्रकाश -
35. विश्व-दृष्टि -
36. विश्व-मार्ग -
37. विश्व-राजनीति -
38. विश्व एकता -
39. विश्व शान्ति -
40. विश्व सेवा -
41. विश्व महायज्ञ-सार्वजनिक प्रमाणित दृश्य -
42. विश्व-बन्धुत्व -
43. विश्व जातिवाद -
44. विश्व अहंकार -
45. सत्य-भारत -
46. सत्य-उपासना -
47. सत्य-योग -
48. सत्य-ध्यान -
49. सत्य-मानक -
50. सत्य-राष्ट्र-जन एजेण्डा -
51. सत्य-ध्यान -
52. सत्य-समर्पण -
53. सत्य-लीला -
54. सत्य-आत्मा -
55. सत्य-समन्वयाचार्य -
56. सत्य-दर्पण -
57. सत्य-मन -
58. सत्य-शिक्षा -
59. सत्य-रूप -
60. सत्य-मानव-सत्य-मन से युक्त -
61. सत्य-बुद्धि -
62. सत्य-चेतना -
63. सत्य-प्रकाश -
64. सत्य-दृष्टि -
65. सत्य-मार्ग -
66. सत्य-राजनीति -
67. सत्य एकता -
68. सत्य शान्ति -
69. सत्य सेवा -
70. सत्य महायज्ञ-सार्वजनिक प्रमाणित दृश्य -
71. सत्य-बन्धुत्व -
72. सत्य जातिवाद -
73. सत्य अहंकार -
74. स्वर्णयुग का प्रथम मानव -
75. मात्र यही हूँ-मानो या ना मानो -
76. पाँचवा और अन्तिम सूर्य -
77. चक्रान्त-चक्र का अन्त -
78. दिव्य-दृष्टि -
79. दिव्य-रूप -
80. दृश्य-योग -
81. दृश्य-ध्यान -
82. ज्ञान बम -
83. आध्यात्मिक न्यूट्रान बम -
84. सार्वभौम सत्य-सिद्धान्त -
85. मानक एवं मन का विश्व मानक और पूर्ण वैश्विक मानव निर्माण की तकनीकी -
86. मन का ब्रह्माण्डीयकरण -
87. सार्वभौम दर्पण-व्यक्ति से ब्रह्माण्ड तक -
88. सम्पूर्ण क्रान्ति-प्रथम, अन्तिम और सर्वोच्च क्रान्ति -
89. सामाजिक अभियंत्रण (सोशल इंजिनीयरींग) -
90. सन् 2012-पाँचवें और अन्तिम स्वर्ण युग का आरम्भ वर्श -
91. आध्यात्मिक ब्लैक होल -
92. तख्तापलट -
93. एक आवाज, मधुशाला से -
94. आॅकड़ा (डाटा) -
95. मंथन रत्न -
96. काला किताब -
97. पूर्ण सकारात्मक विचार -
98. विश्व संविधान का आधार -
99. एक अलग यात्रा -
101. समभोग-एकात्म भाव से भोग -
102. सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय -
103. वसुधैव कुटुम्बकम् -
104. सर्वेभवन्तु सुखिनः -
105. अगीतांजलि -
106. मार्ग-सर्वोच्च व अन्तिम -
107. बुद्धि-सर्वोच्च व अन्तिम -
108. अहंकार-सर्वोच्च व अन्तिम -
109. व्यापार-सर्वोच्च व अन्तिम -
110. महत्वाकांक्षा-सर्वोच्च व अन्तिम -
111. युग पुरूष-सर्वोच्च व अन्तिम -
112. शंखनाद-सर्वोच्च व अन्तिम -
113. उपासना-सर्वोच्च व अन्तिम -
114. योग-सर्वोच्च व अन्तिम -
115. मानक-सर्वोच्च व अन्तिम -
116. एजेण्डा-सर्वोच्च व अन्तिम -
117. कला-सर्वोच्च व अन्तिम -
118. ध्यान-सर्वोच्च व अन्तिम -
119. समर्पण-सर्वोच्च व अन्तिम -
120. लीला-सर्वोच्च व अन्तिम -
121. समन्वयाचार्य-सर्वोच्च व अन्तिम -
122. दर्पण-सर्वोच्च व अन्तिम -
123. मन-सर्वोच्च व अन्तिम -
124. शिक्षा-सर्वोच्च व अन्तिम -
125. रूप-सर्वोच्च व अन्तिम -
126. विश्वमानव-सर्वोच्च व अन्तिम -
127. बुद्धि-सर्वोच्च व अन्तिम -
128. चेतना-सर्वोच्च व अन्तिम -
129. प्रकाश-सर्वोच्च व अन्तिम -
130. दृष्टि-सर्वोच्च व अन्तिम -
131. मार्ग-सर्वोच्च व अन्तिम -
132. राजनीति-सर्वोच्च व अन्तिम -
133. एकता-सर्वोच्च व अन्तिम -
134. शान्ति-सर्वोच्च व अन्तिम -
135. सेवा-सर्वोच्च व अन्तिम -
136. भक्ति-सर्वोच्च व अन्तिम -
137. बन्धुत्व-सर्वोच्च व अन्तिम -
138. जातिवाद-सर्वोच्च व अन्तिम -
139. अहंकार-सर्वोच्च व अन्तिम -
141. सत्य शास्त्र
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