रोमेश भण्डारी (29 मार्च, 1928 - 7 सितम्बर, 2013)
परिचय -
श्री रोमेश भण्डारी का जन्म 29 मार्च, 1928 को लाहौर में हुआ था। उनके पिता स्व0 श्री अमर नाथ भण्डारी पंजाब उच्च नयायालय के मुख्य न्यायाधीश थे। उनका विवाह पटियाला के महाराजा भूपेन्द्र सिंह की पुत्री कुमुदेश भण्डारी से हुआ। जिनसे एक पुत्र और एक पुत्री हैं।
श्री रोमेश भण्डारी ने स्कूली शिक्षा एचिशन कालेज, लाहौर पूरी की जहाँ उन्हें कैम्ब्रिज हायर स्कूल प्रमाण पत्र परीक्षा में प्रथम आने के लिए चर्चिल हाउस पदक से सम्मानित किया गया। वे पंजाब विश्वविद्यालय के बी.ए. की परीक्षा 1947 में सर्वप्रथम आये थे। 1947 में अर्थशास्त्र के अध्ययन के लिए कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में प्रवेश लिये और पूर्ण किये। 1948-49 में वे कैम्ब्रिज भारतीय मजीलस के अध्यक्ष थे। भारत में वे विदेश सेवा में आ गये। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल 19 जुलाई 1996 से 17 मार्च, 1998 तक रहा।
‘शिक्षा प्रक्रिया मे व्यापक सुधारों की जरूरत है। ‘यह रास्ता दिल्ली की ओर जाता है’ लिखा साइन बोर्ड पढ़ लेना मात्र शिक्षा नहीं है। इसके बारे में चिन्तन करना पड़ेगा और कोई लक्ष्य निर्धारित करना पडे़गा। सामाजिक परिवर्तन किस तरह से, इसकी प्राथमिकताये क्या होगीं? यह तय करना पड़ेगा। इक्कीसवी शताब्दी के लिए हमें कार्यक्रम तय करने पडे़गे। मौजूदा लोकतन्त्र खराब नहीं है परन्तु इसको और बेहतर बनाने की आवश्यकता है।’’ - पूर्व राज्यपाल, उ0 प्र0, श्री रोमेश भण्डारी,
साभार - दैनिक जागरण, वाराणसी, दि0 11-9-97
लव कुश सिंह ”विश्वमानव“ द्वारा स्पष्टीकरण
जब तक समष्टि तंत्रों (विश्वमन या संयुक्त मन या लोकतन्त्र मन या समाज मन का तन्त्र) को विवाद मुक्त कर उसे व्यष्टि (व्यक्ति) में शिक्षा के माध्यम से स्थापित नहीं किया जाता तब तक स्वस्थ समाज, स्वस्थ लोकतन्त्र, स्वस्थ उद्योग तो दूर, बेहतर भी नहीं बल्कि बदतर अवस्था को प्राप्त होता रहेगा। यह कार्य इक्कीसवीं शताब्दी और भविष्य का कार्यक्रम, लगातार विकास को विकास की ओर गति देने का लक्ष्य, शिक्षा को पूर्ण बनाने इत्यादि का ही कार्य है।’’
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