विश्वशास्त्र - कितना छोटा और कितना बड़ा?
1. कक्षा 8 तक की शिक्षा प्राप्त करने तक सभी विषयों को मिलाकर जिनते पृष्ठ पढ़ा जाता है, विश्वशास्त्र उससे छोटा है।
2. उच्च शिक्षा के किसी भी एक विषय के पाठ्य पुस्तक से विश्वशास्त्र छोटा है।
3. विश्वविद्य़ालय में किसी विषय पर किये गये 5 शोध-पत्रों से विश्वशास्त्र छोटा है।
4. किसी भी प्रतियोगी परीक्षा के लिए पढ़े गये पुस्तकों से विश्वशास्त्र छोटा है।
5. 5 उपन्यासों के कुल पृष्ठ से विश्वशास्त्र छोटा है।
6. किसी सबसे अधिक पढ़े जाने वाले हिन्दी समाचार पत्र के मात्र 15 दिनों के समाचार पत्र से विश्वशास्त्र छोटा है।
7. एक क्रिकेट टेस्ट मैच के दौरान क्रिकेट के सम्बन्ध में दूरदर्शन के चैनल पर किये गये कमेन्ट्री व वार्ता से निकले वाक्यों से विश्वशास्त्र छोटा है।
8. 10 फिल्मों के पटकथा से विश्वशास्त्र छोटा है।
9. किसी एक घोटाले के जाँच पर तैयार किये गये रिपोर्ट से विश्वशास्त्र छोटा है।
10. 4 औरतों को बिना किसी मुद्दे पर चर्चा के बात करने के लिए 1 सप्ताह एक साथ रखने पर निकले वार्ता से विश्वशास्त्र छोटा है।
11. एक सास-बहू या किसी दूरदर्शन धारावाहिक को देखने में जितना समय लगेगा, उससे कम समय में विश्वशास्त्र पढ़ा जा सकता है।
12. एक लड़की जिसका एक लड़का मित्र (ब्वाॅय फ्रेण्ड) हो, मोबाइल पर बात करने के लिए स्वतन्त्र कर दिया जाय तो वह 5 दिन में जितना बात करेगी, उसके मूल्य और निकले साहित्य से विश्वशास्त्र छोटा है।
13. निरक्षर के लिए इस शास्त्र का मूल्य शून्य है, साक्षर के लिए यह उपयोगी है, पशु-प्रवृत्तियों के लिए यह विश्वशास्त्र गोवर्धन पर्वत है, योगियों के लिए यह अँगुली पर उठाने योग्य है, धनिकों के लिए यह व्यर्थ है, नई पीढ़ीयों के लिए यह भविष्य निर्माता है, नेतृत्वकर्ताओं के लिए यह नेतृत्व की कला है, ज्ञान पिपासुओं के लिए यह मार्गदर्शक और उपलब्धि है।
14. काशी क्षेत्र का विश्वशास्त्र सत्य रूप है, उसकी संस्कृति है, उसका प्रतिनिधि शास्त्र है और उसका गौरव है।
15. भारत के लिए विश्वशास्त्र भारतीयता है तथा मानवता का चरम विकसित बिन्दु है। राष्ट्र के लिए राष्ट्रीयता है।
16. युग के लिए यह युग-परिवर्तक है, व्यवस्था के लिए यह व्यवस्था-सत्यीकरण है।
17. लोकतन्त्र के लिए यह पुष्टिकारक है, संविधान के लिए यह मार्गदर्शक है, विभिन्न शास्त्रों के बीच विश्वषास्त्र ही गुरू है और आत्मतत्व का दृश्य रूप है।
निर्णय आपके हाथ
ज्ञान-कर्मज्ञान का आस या समय का पास
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Vishwashastra - How small and how big?
1. All the subjects on which the pages are read, till the attainment of education up to class 8, the universe is smaller than that.
2. The Vishwastra is smaller than the textbook of any one subject of higher education.
3. World science is smaller than 5 research papers done on a subject in the university.
4. Viswashastra is smaller than books read for any competitive exam.
5. The encyclopedia is smaller than the total page of 5 novels.
6. Viswashastra is shorter than the most read Hindi newspaper of only 15 days.
7. Vishwashtriya is shorter than the sentences derived from commentary and talks made on Doordarshan's channel regarding cricket during a cricket test match.
8. Viswashastra is shorter than the script of 10 films.
9. Vishwashastra is smaller than the report prepared on investigation of any one scam.
10. The encyclopedia is shorter than the talks that took 4 weeks to put 4 women together to discuss without any issues.
11. Vishwashastra can be read in less time than the time it takes to watch a mother-in-law or a Doordarshan serial.
12. If a girl who has a boy friend (free friend) is freed to talk on mobile, then she will talk in 5 days, her value and the world literature is smaller than the literature that came out.
13. The value of this scripture is zero for the illiterate, it is useful for the literate, for animal-instincts it is the Vishwastra Govardhan Parvat, for the Yogis it is worthy to bear on the finger, for the rich it is meaningless, for the new generations. For it is the future creator, for the leaders it is the art of leadership, for the knowledge masters it is the guide and achievement.
14. The cosmology of Kashi region is its true form, its culture, its representative scripture and its pride.
15. For India, cosmology is Indianism and is the most developed point of humanity. Nationality is for the nation.
16. For the ages it is the era-changer, for the system it is the law-verifying.
17. It is confirmatory to democracy, it is a guide to the constitution, Vishwashastra is a guru among various scriptures and a visible form of self-realization.
Decision your hand
Knowledge of knowledge
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