परमानन्द
हिन्दुस्तान का वासी, हिन्दुस्तानी न हो, ऐसा मुमकिन है, प्रत्यक्ष है, कौओं के तरह काँव-काँव करना, हिजड़ों की तरह शोर-शराबा करने वाला हिन्दुस्तानी हो ही नहीं सकता, जिसमें मीडिया (लोकतन्त्र के चैथे स्तम्भ) का 100 प्रतिशत सहयोग है। अरे, बुद्धिजीवीयों नारी, बच्चा, नौकर, पशु और नेता का ताड़न (पूरी देखभाल) करो। गलती पर अविलम्ब सजा और नगद जुर्माना कराओ, वह भी अविलम्ब, विशेष रूप से 5 साल कार्यकाल वालों की। वी. आई. पी. जेल खत्म करो तभी वोट दो, भारत की सारी समस्यायें खत्म हो जायेंगी। किसान ही नहीं जो नेता के पीछे (सरकार के पीछे) भागेगा, वह हर व्याधा और बाधा, अपनों की और अपनी बढ़ाता ही रहेगा, और कर्मठता बरकरार रह ही नहीं सकता।
- जय जनता, जय कानून
भीख माँगने वाला अपने बच्चे पाल सकता है, बस देश तो चला ही नहीं सकता। आप अपने धर्म की और धर्म ग्रन्थों की बेइज्जती न करायें, जो आप हर दिन पढ़ते हेैं, अरे, अमल भी तो करो। यह 5 साल वाले आपको कर्जबन्द बना रहें हैं। खुद्दारी आप की खत्म कर रहें हेैं, अपंग गुलाम बना रहें हैं, नारी को गिरा रहें हैं। नारी को समझना चाहिए उनके पति (परमेश्वर), बेटा (गणेश) की बेइज्जती कर रहें हैं। नारी तो पति और बेटे की बेइज्जती के बदले तीनों लोकों के राज को ठुकरा देती हेै। हिन्दुस्तानी बनों।
- जय जनता, जय कानून
No comments:
Post a Comment